बिलासपुर // इस बार के निकाय चुनाव में मतदाताओं के बीच अलग ही तरह की नाराजगी देखने को मिली। शहर के विभिन्न मतदान केंद्रों पर पहुंचे कई मतदाता तब हैरान रह गए जब उन्हें पता चला कि उनका नाम मतदाता सूची से गायब है या फिर किसी अन्य वार्ड में जोड़ दिया गया है। मोपका, सकरी, सिरगिट्टी और कोनी जैसे क्षेत्रों में सैकड़ों मतदाताओं ने शिकायत की कि वे मतदान करने आए थे, लेकिन सूची में अपना नाम न मिलने के कारण वोट नहीं डाल सके।
सरकंडा पार और गोलबाजार क्षेत्र के मतदाताओं ने आरोप लगाया कि परिसीमन के बाद उनके नाम उनके मूल वार्ड से काट दिए गए और किसी अन्य वार्ड में जोड़ दिए गए, जिससे वे मतदान से वंचित रह गए। इसी तरह, राजकिशोर नगर वार्ड 51 के मतदाताओं ने शिकायत की कि उनका नाम वार्ड 52 में चला गया, लेकिन वे फिर भी मतदान करने पहुंचे।
महेंद्र गुप्ता नामक मतदाता ने बताया कि उन्होंने कई वार्डों में अपना नाम चेक कराया, लेकिन सफलता नहीं मिली। अंततः एक भाजपा प्रत्याशी के भाई ने उनकी मदद की और उन्हें मतदान केंद्र तक पहुंचाया। इस अव्यवस्था के बावजूद, लोगों का मतदान को लेकर उत्साह बना रहा और कई मतदाताओं ने किसी भी तरह से अपने मताधिकार का प्रयोग किया।