रायपुर, छत्तीसगढ़ :— केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री तोखन साहू ने आज रायपुर के शैलेन्द्र नगर स्थित निवास पर सुप्रसिद्ध कवि, उपन्यासकार एवं छत्तीसगढ़ के गौरव, विनोद कुमार शुक्ल जी से सौजन्य मुलाकात की। साहू ने उन्हें प्रतिष्ठित ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ प्रेषित कीं और उनका अभिनंदन किया। उन्होंने श्री शुक्ल जी के स्वास्थ्य की जानकारी लेते हुए उनके कुशलक्षेम की भी जानकारी ली।
साहू ने कहा कि शुक्ल की रचनाएँ, जैसे ‘दीवार में एक खिड़की रहती थी’, ‘नौकर की कमीज’ और ‘खिलेगा तो देखेंगे’, भारतीय साहित्य को समृद्ध करती हैं और आम जीवन की संवेदनाओं को सरलता से अभिव्यक्त करती हैं। उनकी लेखनी नई पीढ़ी के साहित्यकारों के लिए प्रेरणा स्रोत है।
साहू ने यह भी आश्वस्त किया कि केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकारें छत्तीसगढ़ में साहित्य सृजन को प्रोत्साहित करने और साहित्यकारों को उचित सम्मान देने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की समृद्ध साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने में सरकार पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी।
विनोद कुमार शुक्ल ने इस सम्मान और शुभकामनाओं के लिए साहू का आभार व्यक्त किया और साहित्य के क्षेत्र में निरंतर योगदान देने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।